बैगन की खेती कैसे करें | baigan ki kheti kaise karen

बैगन की खेती कैसे करें | baigan ki kheti kaise karen
बैगन की खेती कैसे करें | baigan ki kheti kaise karen

किसान भाइयों नमस्कार, agribegri सभी का फिर से स्वागत करता हे हम देखेंगे कि किस तरह से बैंगन की वैज्ञानिक खेती करके हम एक एकड़ में लगभग डेढ़ सौ से लेके दो सौ क्विंटल की उपज ले सकते हैं जी हाँ

जलवायु कौन सा है, उसके कौन से मार्केट में सबसे बेस्ट सीड्स मिलते हैं जिससे हमें भारी उपज मिलेंगी बीजोपचार, उर्वरक प्रबंधन, कीट रोग, प्रबंधन, कटाई आदि यानी बैगन की खेती की एटूजेड जानकारी आपको इस वीडियो से मिलने वाली है

किसान भाइयों  सबसे पहले देखते है मौसम के बारे में बैगन की खेती कब की जाती है?

वैसे देखा जाए तो आमतौर के ऊपर बैंगन की तीनों सीज़न में खेती होती है यानी करीब रबी और समर सीज़न इन तीनों सीज़न में आपको बैगन की खेती दिखेगी लेकिन आपको खरीद सीज़न में जल निकासी की उचित व्यवस्था करनी है और जहाँ पर आप सर्दी के मौसम में बैगन की खेती करते हो वहाँ पर आपको अपनी फसल को पाले से बचाना है अगर ये दो चीजें आप करते हो तो आप तीनों सीज़न में बैगन की खेती आराम से कर सकते हो आगे चल के हम अगर बात करे जलवायु की तो लगभग बैगन की खेती के लिए तापमान पंद्रह से लेकर पच्चीस डिग्री सेल्सियस का उचित माना जाता है लेकिन अगर पंद्रह डिग्री सेल्सियस से तापमान कम हो जाता है तो पौधे की जो बढ़वार है वो रुक जाती है पौधे की जो जड़ी है उनका विकास नहीं हो पाता है अगर तापमान पच्चीस डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है तो बैगन की खेती में आपको फूल झड़ने की साथ ही फल जड़ने की भी समस्या दिखाई दे सकती है वार्षिक वर्षा के अगर हम बात करें अगर आपके क्षेत्र में लगभग छे सौ से लेके हज़ार में अब तक बारिश होती है तो आप आराम से बैंगन की खेती कर सकते हो ....

बहुत ही अच्छी उपज मिले गी आप बात करते हैं भूमि के बारे में आम तौर पर देखा जाए तो बैगन की खेती सभी प्रकार के मिट्टी में हम ले सकते हैं लेकिन अगर रेतीली, दोमट, चिकनी, दोमट और भारी दोमट मिट्टी अगर आपके पास है तो उसमें बैगन की बढ़वार बहुत ही अच्छी हो सकती है जिसमें मिट्टी का जो पीएच है वो साढ़े छह से लेकर साढ़े सात के दरमयान है उसमें आपको बैंगन की खेती बहुत ही अच्छी आएगी किसान भाइयों आगे बढ़ते और देखते हैं कि बैगन की बुवाई के लिए हमें कौन सा सेल्स का चुनाव करना चाहिए.. 

मार्केट में बैंगन के सबसे बेस्ट सीड्स कौन से हैं?

बात करे वी एन आर सीड्स कंपनी की तो वि एन आर दो सौ बारह ये वराइटी बहुत ही अच्छी है मई को सिरीज़ की बात कर रहे हैं तो माँ ही एक सौ बारह ये वराइटी बहुत अच्छी है तलक सिरस की हम बात करें तो कलश जनक ये वराइटी बहुत अच्छी है अगर हम बात करें वी एन आर की और दूसरी वराइटी देखने की तो वी एन आर नवीना वैराइटी बहुत ही अच्छी है ईस्ट व सीड्स की हम बात करें तो छोटु एफोर्ड वराइटी बहुत ही अच्छी है हासन गुरु की बात करें तो सन ग्रो नौ, सात सौ चार वराइटी बहुत अच्छी है और जे के सिरीज़ की बात करें तो जे के अस्सी इकतीस ये वराइटी बहुत ही अच्छी है लगभग मैंने कुछ आपको छह से सात वैराइटी बताई है अगर ​​​​​​​इनमें से आप कोई भी वैराइटी का चुनाव करते हैं तो बैगन की बहुत ही अच्छी आप उपज ले सकते हो सिरीज़ के बारे में देख लिया बात करते हैं बीज दर के कितने बीज आपको एक एकड़ के लिए लगेंगे लगभग साठ से लेके अस्सी ग्राम बीज आपको एक एकड़ ​​​​​​​की बुवाई के लिए आवश्यक है किसान भाई यहाँ पर हमे एक चीज़ का ध्यान रखना है जब भी हम बैंगन की बुवाई करते हैं उससे पहले बीज जो है उनको हमें उपचारित करना है किस्से करना है,

 

आता है जिसमें हमें कार्बन डान्सिंग पचास प्रतिशत डब्ल्यूपी फॉर्मेशन में मिलता है ये हमें ढ़ाई ग्राम लेना है साथ ही एक कीटनाशी आता है एमीडाक्लोप्रिड सत्रह दशमलव आठ प्रतिशत सेल फॉर्मूलेशन में मिलता है बाहर कंपनी का कॉन्फ़िगर आप ले सकते हो एक मिल लेना है भावेश तीन ढ़ाई ग्राम एक मेल कॉन्फिडेंट ये क्या करना है हमें एक किलो बैगन के बीच के हिसाब से लेना है और उससे हमें क्या करना है उसे अपने बीच के ऊपर लगाना है जीतने आपके बीच है उसी प्रकार से हमें इसकी मात्रा लेनी है ये तो है रासायनिक विधि कई सारे किसान जैविक खेती भी करते है अगर आपको आपके बीच जैविक विधि से उपचारित करने है तो आप कोडरमा बीडीओ ढ़ाई मिली और इसी के साथ सुनो

 

बुवाई के लिए तैयार कर सकते हो

किसान भाई जो जमीन तो तैयार हो चुकी है, अब बात करते है रोपाई के बारे में रोपाई कैसे करनी है, उससे पहले हमें क्या करना है? ट्रैक्टर के हिसाब से जो भी अपनी कैर्री है, मेड है या फिर कुंड है, अपने पद्धति के अनुसार बना देने है दो से तीन फिट के अंतर पर इसके ऊपर हमे क्या करना है? ​​​​​​​पौधे की रोपाई करनी है पौधे से पौधे की दूरी हमें दो फिट रखनी है और जो पंक्ति से पंक्ति दूरी है वो दो फिट रख सकते हो अगर पंक्ति से पंक्ति की दूरी दो फिट और पौधे से पौधे की दूरी दो फिट रखते हो तो लगभग एक एकड़ में ​​​​​​​आपकी ग्यारह हज़ार पौधे बैठ सकते हैं

 

अगर यही दूरी हम पंक्ति से पंक्ति की दूरी बढ़ाकर तीन फिट कर देते हैं तो लगभग एक एकड़ में आपके सात हज़ार तीन सौ तैंतीस पौधे बैठ सकते हैं इसी समय यानी रोपाई करने से अपने जो पौधे है उनको भी आप उपचारित कर सकते हो क्या करना है आपको बीस लीटर पानी लेना हैं चालीस ग्राम आपको कार्बेंडाजिम जो मैंने बारिश के ऊपर बोला था वो चालीस ग्राम लेना है उसी में हमें क्या करना है जो बियर कंपनी का कॉन्फ़िगर है उसको चालीस मिल मिलाना है इस मिश्रण में हमें क्या करना है अपने जो पौधे हैं उनकी जड़ें डूबा नी है पांच से दस मिनट के लिए डुबाकर रखें वो निकालें और बाद में हमें उसको बेड के ऊपर लगाना है अब इससे होगा क्या जब भी हम रोपाई करते हैं पौधे छोटे होते हैं और कई सारे मिट्टी में कवकजनित या फिर जीवाणुजनित जो रोग होते हैं वो अटैक करते हैं उस अटैक से बचने के लिए आपको क्या करना है पौधों को उपचारित करना है चलिए किसान भाइयों आगे बढ़ते और देखते है खाद के बारे में खाद प्रबंधन के बारे में सबसे पहले देखते हैं बेस अड़ोस में हमें क्या मिलना है नीम के यानी नीम की फली जो है वो सौ किलोग्राम लेनी है दस छब्बीस छब्बीस पचास किलोग्राम लेना है यूरिया हमें इक्कीस किलोग्राम लेना है माइक्रो न्यूट्रिअन्ट हमें क्या करना है ग्रैन्यूल फार्म में जो आते हैं वो दस किलोग्राम लेने है तो मैं क्या फिर भी हमें ग्रैन्यूल फॉर्म वाला पांच किलोग्राम लेना है

 

और इसी में हमें मेरे टॉप पोटैशियम ग्यारह किलोग्राम मिलाना है और एकड़ के लिए हमारे बेड में इसे मिट्टी में अच्छी तरह से मिला देना है ध्यान रखें बेस डालने के बाद हमें हर बार उसे मिट्टी में मिला देना है मिट्टी से ढक देना है बेसिल ऐप्लिकेशन में इसके बाद लगभग तीस दिनों के बाद हमें क्या करना है यूरिया लगभग साढ़े पांच किलोग्राम माइक्रो न्यूट्रिअन्ट पांच किलोग्राम और दस छब्बीस छब्बीस पचास किलोग्राम हमें एक एकड़ में फिर से हमें मिट्टी में मिला देना है किसान भाइयों ये थे बल फर्टिलाइज़र कई सारे किसान क्या करते हैं वॉटर्फॉल फर्टिलाइज़र के साथ खेती करते हैं उनके लिए अलग मात्रा है अलग शुरू है वो किसे अन्य वीडियो में देखेंगे तब तक के लिए ये जो किसान फ्लड इरीगेशन करते हैं खुले में पानी देते हैं उनके लिए ये मात्रा है बैगन की खेती में अगर हम खरपतवार नियंत्रण के बारे में देखे तो मेरे आपसे राय है कि सिर्फ निराई गुड़ाई करें

 

पर बुधवार नासिक का इस्तेमाल बैंगन की खेती में ना करे जल्दी से बात करते हैं सिचाई के बारे में अगर हम गर्मियों में देखें तो लगभग चार दिन के अंतराल पर आपको सिंचाई करनी है बात करें सर्दियों की तो लगभग सात से दस दिन के अंतराल पर आपको सिंचाई करनी है अगर हम बात करते हैं ड्रिप से सिंचाई देने की तो लगभग आप दो से तीन दिन के अंतराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई कर सकते हो आखिर में बात करते हैं उपज और तुड़ाई के बारे में पहले तुड़ाई बैगन की खेती की लगभग आपको रोपाई के बाद पैंसठ दिनों के बाद दिखाई देगी अनुसार हर पांच से छह दिन के अंतराल पर आपको तुड़ाई करते जाना है जितना आपका प्लॉट बढ़ेगा अच्छा उर्वरक प्रबंधन करोगे उतनी ही आपकी तुड़ाई की संख्या बढ़ेगी इस तरह से जैसे मैंने आपको बताया शुरुआत से लेकर आखिर तक आप मैनेजमेंट करते हो अपने बैगन की खेती में तो लगभग एक एकड़ में आपको सौ क्विंटल से ऊपर उपज प्राप्त हो सकती है लेकिन आपको जैसे मैंने बताया वैसे ही आपके खेती में चीजें करना आवश्यक है चले किसान भाइयो ये थी जानकारी बैंगन के बारे में लगभग रोपाई से लेकर कटाई तक की सारी जानकारी हमने देखी है इससे अलावा अगर बैंगन के बारे में आपके मन में कोई भी और सवाल है तो सवाल कमेंट्स बॉक्स में डाले, हम उसका जवाब अवश्य देंगे साथ ही हमें ये भी बताइए की विडिओ कैसा लगा?

 

 


 


Posted 1 year ago

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