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किसान भाई अरहर उगाते हैं। या आप टमाटर उगाओ !! पौधे पर ख़स्ता फफूंदी और फुसैरियम विल्ट का प्रकोप देखा जा सकता है। नतीजतन, टमाटर और अरहर की उपज कम हो जाती है और साथ ही गुणवत्ता भी कम हो जाती है। फसल का नुकसान होता है। भाई किसान, आज हम बात करेंगे कि आप थायोफनेट मिथाइल (रोको फफूंदनाशक) से पाउडरी मिल्ड्यू और फ्यूजेरियम विल्ट को कैसे खत्म कर सकते हैं।हमारी फसल को नुकसान से बचाने और अच्छी उपज पाने के लिए। बाजार में अच्छी कीमत मिले।साथ ही रोको कवकनाशी से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें जानेंगे कि किन फसलों में हम इसका इस्तेमाल कर सकते हैं? कौन सी खुराक लेनी है? इसका बाजार भाव क्या है?क्या यह हमारी फसलों को नुकसान पहुंचाता है? ख़स्ता फफूंदी, फुसैरियम विल्ट का क्या कारण है? क्या इसके लक्षण हैं? जानेंगे विस्तार से किसान भाई।
पाउडरी मिल्ड्यू कवक पोडोस्फेरा जैन्थी के कारण होता है। अनुकूल वातावरण मिलते ही इसे पौधे में लगा दिया जाता है।
आप देखेंगे कि संक्रमित पौधे में उस पौधे की पत्तियों की निचली सतह पर हल्के सफेद धब्बे होंगे।
जैसे-जैसे उनकी संख्या बढ़ती है, इसका मतलब है कि फंगस बढ़ रहा है। पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं, कुछ दिनों के बाद पत्तियाँ सूख जाती हैं।
फ्यूजेरियम मुरझाना फुसैरियम ऑक्सीस्पोरम नामक कवक के कारण भी होता है।
शोध से पता चलता है कि अगर टमाटर की फसल में यह फंगस बढ़ जाता है तो इससे उपज में लगभग 45% की कमी आएगी। बता दें कि यह मशरूम जमीन में ही रहता है।
एक बार यह अपने अनुकूल तापमान पर पहुंच जाता है, यानी 24 डिग्री सेल्सियस से अधिक। यहीं से कवक पौधे में प्रवेश करता है। आप देखेंगे कि पौधे की पत्तियाँ सूखने लगेंगी और कुछ समय बाद पौधा मुरझा जाएगा।
मौखिक रूप से, हम टमाटर, धान, मिर्च, आलू और अरहर छिड़क सकते हैं। इसके अलावा इसे अंगूर और सौंफ में भी किया जा सकता है।
किसान भाइयों अब बात करते हैं इसमें मिलने वाले टेक्निकल कंटेंट की?
किसान भाई इसमें हमारे पास थायोफनेट मिथाइल 70% WP है जो गीले पाउडर के रूप में आता है।
यह एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रणालीगत कवकनाशी है। जो व्यवस्थित रूप से कार्य करता है, अर्थात यह पौधे के जाइलम का उपयोग कवक को पूरे पौधे में फैलाकर नष्ट करने के लिए करता है। यह निवारक भी है। यह कवक को पौधे में प्रवेश करने से रोकता है। और इसमें एक उपचार गुण होता है जो पौधे से जुड़ी कवक को मारता है।
अब किसान भाई जानते हैं कि कवक पर इसकी क्रिया का तरीका क्या है?
यह फंगस की बाहरी कोशिकाओं को तोड़ देता है और फंगस के अंदर घुस जाता है और फंगस की झिल्ली को नष्ट कर देता है।
इससे कवक धीरे-धीरे मरने लगता है, अंततः कवक समाप्त हो जाता है।
रिजल्ट टाइम की बात करें तो 10-15 दिन तक यह अच्छा रिजल्ट देता है। आप टॉनिक, एनपीके, किसी भी कीटनाशक के साथ मिलाकर इसका छिड़काव कर सकते हैं।
लेकिन इसे खरपतवार नाशक के साथ न मिलाएं। फसल को नुकसान हो सकता है।
टमाटर :
जैसेही हम इसका छिडकाव करते है, यंह तुरंत पौधे में फेल जाता है. अपना कम शुरू कर देता है. यंह पौधे को तनाव से बचाता है,
फूलो की गलन कम करता है. टमाटर में मुखत: Damping off, stem rot, leaf spot और fusarium wilt को कंट्रोल करता है.
पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है. उपज को बढ़ाने में सहायक है.
पौधे को मजबूती देता है साथही विकास करनेमे सहायता करता है. पौधे को हराभरा रखनेमे मदत करता है. पौधे को रोगों से लढ़नेकी ताकत देता है.
मिर्च :
पौधे में फेल कर फफुन्दो को ख़त्म करता है. जिनमे powdery mildew, anthracnose और fruit rot शामिल है.
साथही पौधे को हराभरा करता है. मिर्च की गुणवता बढाता है. मिर्च मार्केट में असानिसे बिकने में अपनी पकड़ बनाता है.
पोधे को सुरक्षा प्रदान करता है. उपज बढ़ा नेमे मदत करता है.
पौधे को मजबूती देता है साथही विकास करनेमे सहायता करता है.
अरहर :
किसान भाई अरहर में जैसेही हम छिडकाव करते है, यंह अपना काम शुरू कर देता है.
इसमे मुख्यतः fusarium wilt, powdery mildew, leaf spot और anthracnose फफूंद को ख़त्म करता है. पौधे को फफूंद जनित रोगों से बचाता है.
अरहर की उपज बढ़ाने में मदत करता है. पौधे को मजबूती देता है.
साथही विकास करनेमे मदत करता है. हरित लवक की मात्रा को बढाता है. पौधे को स्वस्थ रखता है.
आलू :
आलू में आनेवाले फंगस black scurf, Tuber decay, Tuber rot और leaf spot को कंट्रोल करता है.
साथही उपज को बढ़ा नेमे मदत करता है. फसल को मजबूती देता है. आलू की क्वालिटी बनाये रखता है, जिससे मार्केट में रेट अच्छा मिलने में मदत होती है.
भूमि जनित रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है.
फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है. इसके अलावा पोधे को रोगों से लढ़नेकी ताकत देता है.
धान :
छिडकाव के तुरंत बाद यंह पौधे में फेल जाता है और फफुन्दो को ख़त्म करता है.
जिसमे Blast और sheath blight शामिल है.
पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है. धान की गुणवता बढाता है. उपज बढ़ाने में मदत करता है.
फसल को मजबूती देता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है.
फसल को हरीभरी रखनेमे मदत करता है साथही पौधे को रोगों से लढ़नेकी ताकत देता है.
किसान भाई अब हम बात करते है इसके dose के बारे मे ?
छिडकाव केलिए आपको लेना है :
150-200 लीटर पानी में 200gm प्रति एकड़, 20-30gm प्रति 15 लीटर पानी में लेकर कर सकते है. 30-40gm प्रति 25 लीटर पेट्रोल पंप.
बिज उपचार केलिए आपको लेना है :
2-3gm प्रति किलो बीज.
यदि आप ड्रेचिंग करना चाहते है. तो आपको लेना है: 2- 4gm प्रति लिटर पानी लेकर कर सकते है.
किसान भाई छिडकाव करने से पहले टंकी को अछेसे से डंडे के सहायतासे अछेसे हिलाले ताकि दवाई अछेसे से घुल मिल जाये.
किसान भाई अब बात करते है इसके मार्केट रेट के बारेमे ? खर्चा कितना आ सकता है ?
तो यंह लगभग 500gm का पैक 600-700 रू तक आ जाता है.
लोकेशन और मार्केट के अनुसार थोडा price उपर निचे दिख्नेनेको मिल सकता है.
किसान भाई आपके यंहा कितने रेट में मिल रहा है हमे जरुर बताये.
विशेस सुचना : किसान भाई सस्ती मिलने वाली लोकल दवाईयो की खरीददारी से दूर रहीये. जेन्युइन दवाईयो का चुनाव ही अच्छा रहता है. अछे रिजल्ट मिलते है.
अगर बात करे इसके निर्माता कंपनी के बारेमे, तो यंह BIOSTADT का उत्पाद है.
किसान भाई बता देकी यंही टेक्निकल Thiophanate methyl 70 % WP अन्य कंपनीया भी दे रही है.
ऐसा कुछ नहीं है की आपको ROKO fungicide ही लेना है.
यदि आपके यंहा Roko fungicide उपलब्ध नही है, तो आप यंही टेक्निकल आपके यंहा जो कंपनी दे रही है आप वंह खरीद सकते है.
ध्यान देने की बात यंह है की दवाई जेन्युइन होनी चाहिए. सस्ती लोकल दवाई की खरीद दारी से बचिए, अपना मेहनत का पैसा नुकसान होने से बचाईये.
किसान भाई अब बात करते है कुछ होनेवाले नुकसान के बारेमे ? और कुछ सावधानिया के बारेमे ?
जेसे की आपको पता है अति किया तो नुकसान होता है ठीक वेसे ही दवाई को अधिक मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे फसल ख़राब हो सकती है.
और ध्यान देने की बात यंह है, की दवाई को बहोत कम मात्रा में लेकर छिडकाव करनेसे दवाई का असर कम होता है,
रिजल्ट नही मिल पाते है. आपको दोबारा स्प्रे करना पड़ सकता है, सही मात्रा लेकर छिडकाव करिए अपना कीमती समय और मजदूरो पर होनेवाले खर्च से बचिए.
मुंह पर कपड़ा न बांध कर छिडकाव करनेसे सांस् लेने में तकलीफ होना,
उलटी आना, सिरदर्द होना, आँखों में जलन होना, पेट दर्द होना यंह कुछ समस्याये आ सकती है.
किसान भाई दवाई जहरीली है कृपया आप इसे अपने बच्चो और अपने जानवरों की पहुंच से दूर रखिये.
किसान भाई अब बात करते है अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवालो के बारे मे ?
हम क्या ROKO fungicide और कीटनाशक को एकसाथ दे सकते है ? हाँ .
ROKO fungicide क्या systemic fungicide है? हाँ.
क्या हम Expire हुवा ROKO fungicide इस्तेमाल कर सकते है ? ना करे तो ही अच्छा है.
तो किसान भाई यंह जानकारी आपको केसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताये,
आपका सुजाव हमारे लिए जरूरी है. एसिही अन्य महत्वपूर्ण दवाईयो की latest जानकारी केलिए आप हमारा ब्लॉग subscribe कर सकते है और अन्य किसान भाई से share कर सकते है.
पोस्ट को पढने केलिये आपका बहोत बहोत धन्यवाद् ,
तबतक किसान भाई ख्याल रखिये अपना और अपनी फसल का !! जय हिन्द जय भारत !!
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